صارف 2402:8100:27F4:5A60:0:31:9535:8501 کی شراکتیں

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25 جون 2023ء

  • 14:3614:36، 25 جون 2023ء فرق تاریخچہ +3,322 تبادلۂ خیال صارف:وصی احمد انصاری /* दाढ़ी रखने और टोपी पहनने से अगर इंसानियत आ जाती तो सबसे पहले इन सुन्नतों पर अमल करता वसी अहमद कादरी किताबी मुताला और अनुभव है कदीम ज़माना वो वर्तमान का इसलिए कोई काम लोगों को दिखाने केलिए नहीं किया आजतक नकल करना मिरा मिजाज़ नहीं जो किया पहले किया समाज में तब तो धन नहीं मेरे पास रूहानी अमल गज़ा है मिरा जो सभी को नहीं धन से शिक्षा मिल जाती तो कबीर दास मालदार अवश्य होते हमने सब कुछ खोकर फकत पोशीदा अमल किया है उसके खातिर अल्लाह का बंदा है वसी और मुहम्मद की पालन का गुलाम है वसी जहां रहे न रहे ह... (ٹیگ: ترمیم از موبائل موبائل ویب ترمیم نیا موضوع)